PM Kisan Yojana 20th Installment : देश के करोड़ों किसानों को जिस घड़ी का बेसब्री से इंतजार था, वह अब खत्म होने जा रहा है। केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) के तहत 20वीं किस्त की तारीख घोषित होने वाली है। सरकार हर साल पात्र किसानों को तीन किस्तों में आर्थिक सहायता देती है, और अब 20वीं किस्त सीधे किसानों के खातों में भेजी जाएगी।
सरकार की इस योजना से देशभर के किसानों को हर साल ₹6000 की सहायता दी जाती है, जो तीन बराबर किश्तों में किसानों के खातों में ट्रांसफर की जाती है। पहले ही 19 किस्तें जारी की जा चुकी हैं और अब सभी को 20वीं किस्त का इंतजार है।
20वीं किस्त कब आएगी
मीडिया रिपोर्ट्स और आंतरिक विभागीय जानकारियों के अनुसार पीएम किसान योजना की अगली यानी 20वीं किस्त जल्द ही किसानों के खातों में ट्रांसफर कर दी जाएगी। यह किस्त जुलाई के अंतिम सप्ताह या अगस्त की शुरुआत में किसानों को मिलने की संभावना है। इसकी आधिकारिक घोषणा कुछ ही दिनों में की जाएगी।
वित्त मंत्रालय और कृषि विभाग द्वारा तकनीकी और आधार सत्यापन के बाद योग्य किसानों की सूची को अंतिम रूप दिया जा रहा है। एक बार सूची तैयार हो जाने पर लाभार्थियों के खाते में ₹2000 की राशि DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेज दी जाएगी।
किन किसानों को मिलेगा इस बार लाभ
सिर्फ वही किसान इस किस्त का लाभ उठा पाएंगे जिन्होंने अपने खाते में e-KYC पूरी कर ली है। जिन किसानों का आधार नंबर बैंक अकाउंट से लिंक है, और जो पात्रता के सभी नियमों पर खरे उतरते हैं, उन्हें ही यह किस्त प्राप्त होगी।
इस योजना के तहत मुख्य रूप से छोटे और सीमांत किसान पात्र हैं जिनके पास 2 हेक्टेयर या उससे कम जमीन है। साथ ही, जिनके परिवार में सरकारी नौकरी, पेंशन या उच्च आय वर्ग का कोई सदस्य नहीं है, वे भी पात्र रहेंगे।
e-KYC और आधार लिंकिंग क्यों जरूरी है
इस योजना में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सरकार ने e-KYC अनिवार्य कर दिया है। पहले की किस्तों में कई बार ऐसे मामले सामने आए थे जहां अपात्र लोग भी योजना का लाभ उठा रहे थे। अब आधार आधारित OTP या बायोमेट्रिक के माध्यम से किसान अपनी पहचान सत्यापित कर सकते हैं।
जिन किसानों ने अब तक e-KYC नहीं किया है, उन्हें 20वीं किस्त नहीं मिलेगी। ऐसे में सलाह दी जाती है कि जल्द से जल्द नजदीकी CSC सेंटर या पीएम किसान पोर्टल पर जाकर अपनी KYC प्रक्रिया पूरी करें।
पिछली किस्तों से क्या मिला अनुभव
अब तक सरकार द्वारा 19 किस्तों में कुल लाखों करोड़ रुपये सीधे किसानों के खातों में भेजे जा चुके हैं। हर बार DBT के जरिए पैसे भेजे गए हैं, जिससे बिचौलियों की भूमिका पूरी तरह खत्म हुई है। इससे किसानों को उनके अधिकार का पूरा लाभ मिल पाया है।
पिछली किस्तें समय पर आई थीं और किसानों ने इस पैसे का उपयोग बीज, खाद, सिंचाई और अन्य खेती संबंधित कार्यों में किया। कुछ राज्यों में कृषि लागत बढ़ने के बावजूद इस योजना ने किसानों को आर्थिक सहारा दिया।
इस बार मिलने वाली किस्त से क्या होगा फायदा
यह 20वीं किस्त उन किसानों के लिए राहत का काम करेगी जो मानसून सीजन में बोवाई और खेती की तैयारी में लगे हैं। ₹2000 की राशि से किसान बीज, कीटनाशक और डीजल जैसे ज़रूरी सामान खरीद सकेंगे। ऐसे समय में यह रकम उनके लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है।
इसके अलावा यह पैसा सीधे बैंक खाते में आने से किसानों की क्रेडिट हिस्ट्री भी बनती है, जिससे आगे चलकर उन्हें अन्य योजनाओं और कर्ज की सुविधा में भी मदद मिलती है।
किसान इस बार क्या सावधानी बरतें
किसानों को इस बार e-KYC के साथ-साथ बैंक डिटेल्स भी एक बार दोबारा चेक कर लेनी चाहिए। अगर अकाउंट नंबर गलत है, आधार से लिंक नहीं है या बैंक बंद हो गया है, तो पैसा ट्रांसफर नहीं हो पाएगा। इसके लिए किसान अपने पंचायत स्तर पर संपर्क करें या पोर्टल पर जाकर “Beneficiary Status” जांचें।
इसके अलावा फर्जी कॉल या SMS से भी सावधान रहें। सरकार या पीएम किसान पोर्टल कभी OTP या बैंक डिटेल फोन पर नहीं मांगता। ऐसी किसी भी सूचना पर भरोसा न करें।
योजना का सामाजिक और आर्थिक असर
पीएम किसान योजना अब तक देश की सबसे बड़ी सीधी लाभ योजना मानी जा रही है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि आय में सुधार हुआ है। गरीब और सीमांत किसानों को छोटी-छोटी किस्तों के माध्यम से बड़ी राहत मिली है। खासतौर पर उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्यप्रदेश और झारखंड जैसे राज्यों में इसका बड़ा प्रभाव देखा गया है।
इस योजना ने किसानों में आत्मनिर्भरता की भावना भी विकसित की है, जिससे वे खुद खेती की तकनीक में बदलाव ला रहे हैं। सरकार का उद्देश्य अब यह है कि आने वाले वर्षों में इस योजना को और मजबूत किया जाए।